उत्तर प्रदेश के रामपुर में एसपी प्रत्याशी आजम खान और बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा के बीच जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। रामपुर की शाहबाद तहसील में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने एक बार फिर भाषा की मर्यादा लांघते हुए विवादित बयान दे डाला। हैरान करने वाली बात यह थी कि इस दौरान मंच पर एसपी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी आजम को टोका नहीं।
सभा में मौजूद भीड़ आजम के बेशर्म बयान पर तालियां बजाती रही। एसपी नेता के आपत्तिजनक बयान का राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। बीजेपी ने इससे संबंधित विडियो ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी है वहीं NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि आयोग आजम को नोटिस भेजेगा।
जया प्रदा का नाम लिए बगैर आजम ने जनसभा में मौजूद लोगों से पूछा, ‘क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी कि 10 साल जिसने रामपुर वालों का खून पिया, जिसे उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए, उसने हमारे ऊपर क्या-क्या इल्जाम नहीं लगाए। क्या आप उसे वोट देंगे?’ आजम ने आगे कहा कि आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने आजम के इस विडियो को ट्वीट करते हुए इस बयान पर बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह बयान निहायत अभद्र और आपत्तिजनक है और यह राजनीति के स्तर में गिरावट की पराकाष्ठा है। उन्होंने यह भी कहा कि आजम का यह बयान एसपी के वास्तविक चेहरे को उजागर करता है। इस बयान से उन्होंने यह जाहिर कर दिया है कि वह खुद क्या हैं और उनका असली चेहरा बेनकाब हो चुका है। एसपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही बीएसपी प्रमुख मायावती को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
आजम के बयान को ‘बेहद अमर्यादित’ करार देते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करेगा। इतना ही नहीं, शर्मा ने चुनाव आयोग से गुजारिश की है कि वह आजम खान के चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करे। शर्मा ने ट्वीट किया, ‘आजम खान हमेशा महिलाओं के प्रति अपमानजनक और अशिष्ट रहे हैं। NCW इसका स्वतः संज्ञान लेगा और उन्हें नोटिस भेजेगा। हम चुनाव आयोग से गुजारिश करेंगे कि आजम के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए।’
इतना ही नहीं जया प्रदा ने रामपुर में अपनी अश्लील तस्वीरें फैलाए जाने का भी आरोप लगाया था। जया ने कहा था, ‘मैंने मुलायम सिंह जी को भी बताया कि मेरी अश्लील तस्वीरें रामपुर में घुमा रहे हैं। मुझे बचाइए, लेकिन रामपुर में किसी नेता ने मुझे बचाने की कोशिश नहीं की तो मुझे रामपुर मजबूरी में छोड़ के जाना पड़ा।